टोक्यो ओलंपिक 2020 *कमलप्रीत की हार* *सचिन-सहवाग ने लिखी ऐसी बात, हर कोई कर रहा सलाम*
टोक्यो ओलंपिक में महिला डिस्कस थ्रो फाइनल में भारत की कमलप्रीत कौर दो चोटो के बाद और अच्छे प्रदर्शन के बाद भी छठे नंबर पर रहीं हालांकि कमलप्रीत मेडल जीतने से चूक गईं लेकिन उन्होंने देश का दिल जीत लिया. सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों ने भी उन्हें सलाम किया है.
टोक्यो ओलंपिक में महिला डिस्कस थ्रो के फाइनल में जगह बनाने वाली एथलीट कमलप्रीत कौर सोमवार को मेडल जीतने से चूक गईं. कमलप्रीत कौर फाइनल में छठे नंबर पर रहीं. कमलप्रीत का बेस्ट स्कोर 63.70 मीटर रहा और उन्होंने फाइनल में अपनी पूरी कोशिश की लेकिन कुछ अंदरूनी चोटों की वजह से वो मेडल हासिल नहीं कर सकीं. हालांकि इसके बावजूद कमलप्रीत को देश सलाम कर रहा है. दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने भी कमलप्रीत को प्रेरणास्रोत बताया है.
सचिन तेंदुलकर ने कमलप्रीत का टोक्यो में अभियान खत्म होने के बाद लिखा, ‘कभी हम जीतते हैं और कभी सीखते हैं. हार्ड लक कमलप्रीत. हमें आप पर गर्व है कि आपने इतने बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और अपना बेस्ट प्रदर्शन दिया. ये अनुभव आपको भविष्य में और मजबूत एथलीट बनाएगा ‘
सचिन तेंदुलकर ने किया कमलप्रीत को सलाम
वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर कमलप्रीत को सलाम किया. सहवाग ने लिखा, ‘कमलप्रीत मैं तुम्हारा फैन बन गया हूं. मेडल नहीं मिला लेकिन क्या गजब का प्रयास था. आपने डिस्कस थ्रो में हजारों लोगों की रूचि बढ़ा दी. मेडल भी जल्द मिलेगा आपको.’ सहवाग बने कमलप्रीत के फैन
फाइनल में कमलप्रीत का प्रदर्शनबता दें कमलप्रीत कौर फाइनल में कुछ चोटों के साथ मैदान पर उतरीं. उनके कंधे और पांव में पट्टियां लगी हुई थी और कमेंटेटर्स ने जानकारी दी कि उन्हें कुछ अंदरूनी चोट लगी हुई हैं और वो पूरी तरह से फिट नहीं हैं. हालांकि इसके बावजूद कमलप्रीत ने टॉप 8 में जगह बनाई. कमलप्रीत ने अपने पहले थ्रो में डिस्कस को 61.62 मीटर दूर फेंका. हालांकि उनका दूसरा, चौथा और छठा थ्रो खराब हुआ, वो फाउल कर बैठीं. तीसरे थ्रो में कमलप्रीत ने 63.70 मीटर की दूरी कर टॉप 6 में जगह बनाई । इस प्रतियोगिता में अमेरिका की वैलेरी ऑलमैन ने 68.98 मीटर की दूरी तय कर गोल्ड मेडल जीता. जर्मनी की क्रिस्टन पुडनेज ने 66.86 मीटर दूर डिस्कस फेंक रजत पदक अपने नाम किया. क्यूबा की येमी परेज 65.72 मीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक जीतीं.